यूपी टीईटी का पेपर लीकः शामली में तीन लोग गिरफ्तार
ओरिजनल पेपर की फोटो कॉपी, नकदी व कार भी बरामद
शामली। एसटीएफ मेरठ की टीम ने यूपी टीईटी पेपर लीक मामले में साल्वर गैंग के तीन सदस्यों को बुटराडी बिजलीघर के निकट से रंगे हाथों दबोच लिया जबकि एक अन्य आरोपित मौके से फरार होने की भी चर्चाएं हैं। पुलिस ने आरोपितों के कब्जे से पेपर की कॉपी, 17 हजार रुपये की नकदी व एक कार भी बरामद की है। टीम ने तीनों आरोपितों को कोतवाली पुलिस के सुपुर्द कर दिया है जिनसे कडाई से पूछताछ की जा रही है। वहीं शासन के निर्देश पर पेपर लीक होने के चलते रविवार को होने वाली परीक्षा को भी रद्द कर दिया गया है।
जानकारी के अनुसार रविवार को उत्तर प्रदेश में यूपी टीईटी की परीक्षा का आयोजन किया जाना था जिसमें लाखों की संख्या में अभ्यर्थी भाग लेने वाले थे लेकिन परीक्षा से पूर्व ही पेपर लीक हो जाने से हडकंप मच गया। शामली, मेरठ, गाजियाबाद सहित पश्चिम के कई जिलांे में सोशल मीडिया पर टीईटी का पेपर वायरल भी हो गया जिसके बाद यूपी एसटीएफ हरकत में आई और ताबडतोड छापेमारी का दौर शुरू हो गया। एक सूचना के बाद मेरठ से आई एसटीएफ की टीम ने शामली के बुटराडी बिजलीघर के निकट से कार में सवार तीन लोगों को दबोच लिया जो साल्वर गैंग के सदस्य बताए जा रहे हैं। टीम ने पकडे गए आरोपितों के कब्जे से यूपीटीईटी परीक्षा का एक फोटो पेपर, 17 हजार रुपये की नकदी व एक कार भी बरामद की है। चर्चा है कि इस दौरान एक अन्य आरोपित मौके से फरार हो गया। एसटीएफ मेरठ के इंसपेक्टर सुनील कुमार, हैड कांस्टेबिल रकम सिंह, विवेक, भूपेन्द्र, आकाशदीप, महेश व अंकित ने तीनों आरोपितों को लेकर शामली कोतवाली पहुंचे तथा उन्हें पुलिस के सुपुर्द कर दिया। पकडे गए आरोपितों ने अपने नाम रवि पंवार पुत्र विनोद सिंह निवासी गांव नाला कांधला, मनीष उर्फ मोनू पुत्र देवेन्द्र मलिक निवासी झाल तथा धर्मेन्द्र पुत्र कंवरपाल निवासी बुटराडी बताया है। पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि उन्होंने उक्त पेपर उन्होंने मथुरा में गौरव पुत्र प्रमोद निवासी हजियापुर थाना टप्पली अलीगढ से पांच लाख रुपये में खरीदा था। एक परीक्षार्थी को उन्होंने पचास हजार रुपये में एक पेपर बेच भी दिया था जबकि पचास अन्य अभ्यर्थी उनके संपर्क में थे जिनसे 50-50 हजार रुपये प्रति पेपर के हिसाब से वसूली करनी थी। पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई प्रारंभ कर दी है। बताया जाता है कि इस मामले में और भी लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है। एसटीएफ मेरठ के इंसपेक्टर सुनील कुमार ने बताया कि शासन स्तर से मिले निर्देशों के बाद पूरे प्रदेश में एक साथ यह कार्रवाई की गई। दूसरी ओर शासन के निर्देश पर यूपी
सभी सेंटरों पर परीक्षा हुई रद्द
टीईटी की परीक्षा को भी रद्द कर दिया गया है। वहीं सुबह के समय परीक्षा देने के लिए परीक्षा सेंटरों पर अभ्यर्थियों की भीड लगनी शुरू हो गयी थी। सभी अभ्यर्थी अपने-अपने रोल नंबर देखने के लिए जुटे रहे। परीक्षार्थियोें को अंदर प्रवेश कराने से पूर्व उनके प्रवेश पत्रों व अन्य कागजातों की जांच की गयी। डीएम जसजीत कौर व एसपी सुकीर्ति माधव ने भी परीक्षा सेंटरों पर पहुंचकर परीक्षा की व्यवस्था का जायजा लिया।
सभी सेंटरों पर परीक्षा हुई रद्द
शामली। जनपद में 13 परीक्षा केन्द्रों पर दो पालियों में यूपी टीईटी की परीक्षा का आयोजन किया गया था। रविवार की सुबह भारी संख्या में छात्र-छात्राएं भी कालेज पहुंच गए थे। परीक्षा को शांतिपूर्वक एवं निष्पक्षता से संपन्न कराने के लिए सभी तैयारियों मुकम्मल की गयी थी। पूरी परीक्षा सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में होनी थी। परीक्षा के बीच में ही अचानक पेपर लीक होने की जानकारी मिलने के बाद सभी सेंटरों पर परीक्षा को रद्द कर दिया गया जिससे कालेज प्रशासन सहित छात्र-छात्राओं में भी हडकंप मच गया। बहुत से छात्र-छात्राएं आधे से अधिक पेपर हल चुके थे। पेपर रद्द होने से छात्र-छात्राओं में मायूसी नजर आई। उनका कहना था कि उनका जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई कौन करेगा। छात्र-छात्राआंे का कहना था कि उनका पेपर काफी अच्छे तरीके से हल भी हो चुका था। सुबह 10 बजे उन्हंे पेपर दिया गया जबकि 11 बजे वापस ले लिया गया। परीक्षार्थियों का कहना था कि उन्हें क्या पता था कि उनकी पूरी मेहनत खराब हो जाएगी।